मधु, फ्लाइट और वो अनजान शख्स
मधु की कहानी, जिसे अपनी सफलता का इतना गुमान हो गया कि उसे और कुछ दिखा ही नहीं।
मधु
के मुंबई आने के बाद यह पहली बार था कि वह वापस अपने परिवार के पास जयपुर
जा रही थी। इन तीन वर्षों में बहुत कुछ बदल गया था। मधु एक आम मॉडल से एक
अभिनेत्री बन गई थी। हाल ही में आई उसकी फिल्म लोगों द्वारा काफी पसंद की
गई।
उसके बाद से वह जहां भी जाती लोग उसकी तारीफ करते नहीं थकते। जब वह
एयरपोर्ट पहुंची, तो काफी लोग उसे ऑटोग्राफ लेने के लिए लाइन में लगकर खड़े
थे। वह जहां भी जा रही थी लोगों की नजरें उसके ही इर्द-गिर्द घूम रही थी।
मधु को बहुत अच्छा लग रहा था। कुछ देर में घोषणा हुई कि मधु की फ्लाइट
बोर्डिंग के लिए तैयार है। वह जब अपनी सीट पर पहुंची, तो देखा कि वहां एक
शख्स पहले से उसकी बगल वाली सीट पर बैठा हुआ था।
दिखने में वह भी काफी
अच्छा लग रहा था। मधु ने सोचा, शायद कोई बड़ा व्यापारी या किसी कंपनी का
मालिक होगा। मधु के बैठने के बाद वहां से आते-जाते सभी लोग मधु और उसके साथ
बैठे व्यक्ति का अभिवादन करते हुए जा रहे थे। मधु मन ही मन सोचने लगी,
क्या बात है! मेरे साथ बैठने से इस शख्स की गरिमा बढ़ गई है। कुछ देर में
फ्लाइट ने उड़ान भरी। मधु की बगल में बैठा शख्स अपनी दुनिया में मशरूफ था।
मधु को अटपटा लग रहा था, क्या यह मुझे जानता नहीं। मेरी वजह से इसको शानदार
रिस्पांस मिल रहा है। इसे तो मेरे प्रति शुक्रगुजार होना चाहिए। पूरी
यात्रा भर मधु और उस शख्स बीच कोई बातचीत नहीं हुई। जब वह एयरपोर्ट पर
उतरी, तो देखा एयरपोर्ट के बाहर काफी भीड़ इकट्ठा है। मधु का दिल खुशी से
झूम उठा। उसे लगा, कितने लोग उसके स्वागत के लिए आए हैं। लेकिन जब वह बाहर
निकली, तो देखा कि वे सारे लोग उस शख्स को लेने आए थे, जो उसके बगल में
बैठा था। वह एक क्रिकेटर था, जो भारत को वर्ल्ड कप जीताकर आ रहा था। मधु
कुछ पल के लिए एक दम स्तंभित रह गई।
सफलता एक यात्रा है, कोई मंजिल नहीं। हमें अपनी शोहरत या दौलत का गुमान नहीं करना चाहिए।
Source- Newspaper Amar Ujala Page no.12, Date: 8th Nov, 2017
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